भाजपा नेताओं ने महापौर परिषद के निर्णय के खिलाफ प्रभारी मंत्री को सौंपा पत्र। : शहर सीमा के घर,दुकान,कार्यालय के बाहर दो पहिया और चार पहिया वाहन खड़े रखने पर शुल्क लगाने के निर्णय को जनहित में वापस लेने का दिया सुझाव ।
नेताओ ने पत्र में कहा की मध्य प्रदेश में किसी भी स्थानीय निकाय द्वारा इस प्रकार से कोई भी टैक्स नहीं लगाया ओर ना ही शासन द्वारा इस प्रकार कोई सुझाव दिया गया।

रतलाम (प्रकाशभारत) अपनी ही पार्टी के नेताओ द्वारा नगर निगम परिषद और महापौर के शहर की सीमा के घर,दुकान,कार्यालय के बाहर दो पहिया और चार पहिया वाहन खड़े रखने पर कर लगाने के निर्णय का विरोध में खुल कर होने लग है। बात अब प्रभारी मंत्री तक पहुंच गया। पूर्व गृह मंत्री के नेतृत्व में भाजपा नेताओं ने प्रभारी मंत्री को जनहित में इस कर को वापस लेने का पत्र सौपा है।
रतलाम प्रवास पर आए मध्यप्रदेश के केबिनेट मंत्री व रतलाम के प्रभारी श्री कुंवर विजय जी शाह को पूर्व गृह मंत्री हिम्मत जी कोठारी के नेतृत्व में प्रतिनिधि मंडल ने सयुक्त रूप से हस्ताक्षर कर पत्र देकर सुझाव दिया की रतलाम नगर निगम द्वारा परिषद के सम्मेलन में पर नगर निगम द्वारा टू व्हीलर पर 25 रुपए तथा फोर व्हीलर पर 100 रुपए प्रतिदिन कर लगाने का प्रस्ताव पारित किया गया जिस कारण जनता में भारी आक्रोश व्याप्त है जो हमारी पार्टी के हित में नहीं है । प्रतिनिधि मंडल बताया कि ने इस प्रकार के करो को जनहित में वापस लिया जाए ।
मध्य प्रदेश में किसी भी स्थानीय निकाय द्वारा इस प्रकार से कोई भी टैक्स नहीं लगाया ओर ना ही शासन द्वारा इस प्रकार कोई सुझाव दिया गया ।
पत्र में बताया गया की रतलाम शहर में सार्वजनिक पर्याप्त पार्किंग की सुविधा उपलब्ध भी नहीं है, ऐसे में आम आदमी अपने वाहन को सड़क पर रखने को मजबूर है । मध्यम और गरीब वर्ग के व्यक्ति के लिए टू व्हीलर वाहन आज की जरूरत है और इस प्रकार का शुल्क जनता पर बोझ डालेगा।
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