रतलाम: महाराष्ट्र की एंबुलेंस में हो रही थी डोडाचूरा की तस्करी : 17 लाख का डोडाचूरा बरामद : रतलाम पुलिस को 2 दिन में चौथी सफलता : दो गिरफ्तार
एसपी अमित कुमार ने बताया कि आज पुलिस को विश्वसनीय मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई कि एंबुलेंस में दो व्यक्ति अवैध डोडाचूरा की तस्करी कर मंदसौर से रतलाम होते हुए महाराष्ट्र की ओर जाने वाले हैं।

रतलाम (प्रकाशभारत न्यूज)। पुलिस अधीक्षक अमित कुमार द्वारा नशे के सौदागरों के खिलाफ कार्रवाई के सख्त निर्देशों का असर नजर आने लगा है। पिछले दो दिन में ही रतलाम पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट की 4 कार्रवाई की है। रविवार सुबह शहर की औद्योगिक क्षेत्र पुलिस ने एंबुलेंस में तस्करी का पर्दाफाश करते हुए दो लोगों को 17 लाख के डोडाचूरा के साथ गिरफ्तार किया है।
एसपी अमित कुमार ने आज पुराने पुलिस कंट्रोल रूम पर पूरे मामले की जानकारी दी। इस दौरान एएसपी राकेश खाखा, सीएसपी अभिलाष भलावी भी मौजूद रहे।
एसपी अमित कुमार ने बताया कि आज पुलिस को विश्वसनीय मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई कि एंबुलेंस में दो व्यक्ति अवैध डोडाचूरा की तस्करी कर मंदसौर से रतलाम होते हुए महाराष्ट्र की ओर जाने वाले हैं।
सूचना पर पुलिस ने सेजावता फंटा फोरलेन रोड पर नाकाबंदी की। कुछ देर बाद पुलिस को जावरा की ओर से एक एंबुलेंस आती दिखी जिसे घेराबंदी कर रोका गया। तलाशी लेने पर एंबुलेंस के अंदर काले रंग के प्लास्टिक के बोरे रखे हुए मिले। पुलिस ने जब प्लास्टिक के थैलों को चेक किया तो उसमें मादक पदार्थ डोडाचूरा भरा मिला।
पुलिस ने एंबुलेंस से कूल 8 क्विंटल 39 किलो 850 ग्राम डोडाचूरा बरामद किया है। जिसकी कीमत 17 लाख रुपए के लगभग है।
महाराष्ट्र के दो लोग गिरफ्तार
अवैध डोडा चुरा के साथ पुलिस ने एंबुलेंस से रणजीत पिता गंगाराम 42 साल निवासी रायगढ़ महाराष्ट्र और रुपेश पिता लक्ष्मण माने 35 साल निवासी रायगढ़ महाराष्ट्र गिरफ्तार किया है। दोनों एंबुलेंस के ड्राइवर और क्लीनर है।
एंबुलेंस के जरिए पहले भी हो चुकी है तस्करी
एसपी अमित कुमार ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ में पुलिस को पता चला है कि इसके पूर्व भी रतलाम के रास्ते एंबुलेंस के माध्यम से मादक पदार्थ की तस्करी हो चुकी है। पुलिस यह पता लगाना का प्रयास कर रही है कि पहले कितनी बार और कितनी मात्रा में मादक पदार्थ गया है। और इसके पीछे कौन-कौन लोग शामिल हैं।
महाराष्ट्र के निजी अस्पताल से अटैच है एम्बुलेंस
एसपी अमित कुमार ने बताया कि अभी तक की जानकारी में पता चला है कि उक्त एम्बुलेंस महाराष्ट्र के एक निजी अस्पताल में अटैच है। एंबुलेंस किसी निजी व्यक्ति की है। पुलिस एंबुलेंस मलिक की तलाश कर रही है ,साथ ही यह भी पता लगाने का प्रयास कर रही है कि मंदसौर से डोडा चूरा किस व्यक्ति ने दिया था।
इनकी रही सराहनीय भूमिका
कार्रवाई में ओद्योगीक क्षेत्र थाना प्रभारी एसआई वी.डी.जोशी, सत्येंद्र रघुवंशी, एएसआई अजमेर सिंह भूरिया, दशरथ माली, प्रधान आरक्षक नीरज त्यागी, आरक्षक पवन मेहता, अर्जुन खींची, लखनसिंह, मोहन पाटीदार, धर्मेंद्र मईडा, लंकेश पाटीदार और दुर्गालाल गुजराती की सराहनीय भूमिका रही।
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