महालक्ष्मी माता मंदिर विवाद : सूतक में पंडित संजय पुजारी कर रहा था मंदिर में पूजा-पाठ : श्रीमाली ब्राह्मण समाज ने किया विरोध : प्रशासन ने की मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए अस्थाई रूप से पुजारी की नियुक्ति
नायब तहसीलदार आशीष उपाध्याय की मौजूदगी में मंदिर का ताला सुबह 8.15 बजे खुला। इसके पहले श्रीमाली ब्राह्मण समाजजनों ने मंदिर के बाहर पूजा-अर्चना की। पंडित संजय दवे ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजा कराई

रतलाम (प्रकाशभारत न्यूज) रतलाम के माणकचौक स्थित महालक्ष्मी मंदिर में सूतक में पंडित संजय पुजारी द्वारा पूजा-पाठ के विवाद के बीच प्रशासन ने संजय पुजारी के स्थान पर सत्यनारायण पिता दुर्गाशंकर व्यास को मंदिर में पूजा-अर्चना करने के लिए अस्थाई रूप से आगामी आदेश तक नियुक्त किया है।
मंदिर के पुजारी संजय पुजारी के बड़े भाई का इंदौर में निधन हो गया है। परिवार में सूतक होने के बावजूद वह मंदिर में पूजा-अर्चना कर रहे थे। इसको लेकर शहर के श्रीमाली ब्राह्मण समाज के पदाधिकारियों ने आपत्ति जताई थी। रविवार रात को भी समाजजन मंदिर पहुंचे। संजय पुजारी को मंदिर में देखकर उन्होंने हंगामा कर दिया। मंदिर में सूतक में पंडित संजय पुजारी के पूजा-पाठ करने के बाद श्रीमाली समाज के लोगों ने विरोध जताया था। इसके बाद रविवार रात को प्रशासन ने मंदिर में ताला लगाया दिया था।
मंदिर के ताले प्रतिदिन सुबह 6 जाए खुल जाते है पर 8 बजे तक मंदिर के ताले नहींखुले से श्रद्धालुओं को बाहर से ही दर्शन करने पड़े। मंदिर के बाहर श्रीमाली समाज के लोग दर्शन के लिए इंतजार करते रहे। इसके बाद नायब तहसीलदार आशीष उपाध्याय की मौजूदगी में मंदिर का ताला सुबह 8.15 बजे खुला। इसके पहले श्रीमाली ब्राह्मण समाजजनों ने मंदिर के बाहर पूजा-अर्चना की। पंडित संजय दवे ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजा कराई।
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