भारत का एक सरकारी स्कूल विश्व के टॉप- 3 स्कूल में शामिल : सरकारी स्कूल सी एम राइज विनोबा ने रचा इतिहास
।यह पुरस्कार वैश्विक संस्था "टी फोर एजुकेशन" द्वारा प्रदान किया जाता है।13 जून को विनोबा स्कूल प्रथम 10 में चयनित किया गया था | विश्व भर के 100 देशों से हजारों आवेदन इन प्रतिष्ठित पुरस्कारों के लिए प्राप्त होते है।यह पुरस्कार 5 केटेगरी कम्युनिटी कोलैबोरेशन, एनवायरमेंटल एक्शन ,इनोवेशन, ओवरकमिंग एडवर्सिटी, फॉर सर्पोटिंग हेल्दी लाइव्स के लिए दिए जाते हैं।

रतलाम (प्रकाशभारत)अंतराष्ट्रीय स्तर पर शिक्षा के क्षेत्र में दिये जाने वाले सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार" द वर्ल्डस बेस्ट स्कूल प्राइजेस" के अंतर्गत रतलाम, मध्यप्रदेश के एक सरकारी स्कूल सी एम राइज विनोबा का चयन इनोवेशन केटेगरी में इस पुरस्कार हेतु हुआ है।यह पुरस्कार वैश्विक संस्था "टी फोर एजुकेशन" द्वारा प्रदान किया जाता है।13 जून को विनोबा स्कूल प्रथम 10 में चयनित किया गया था | विश्व भर के 100 देशों से हजारों आवेदन इन प्रतिष्ठित पुरस्कारों के लिए प्राप्त होते है।यह पुरस्कार 5 केटेगरी कम्युनिटी कोलैबोरेशन, एनवायरमेंटल एक्शन ,इनोवेशन, ओवरकमिंग एडवर्सिटी, फॉर सर्पोटिंग हेल्दी लाइव्स के लिए दिए जाते हैं। वर्ल्डस बेस्ट स्कूल प्राइस 2024 की इनोवेशन कैटेगरी में रतलाम के सी एम राइज विनोबा स्कूल को ग्रेंज स्कूल यू.के. तथा स्टारफिश स्कूल थाईलेंड के साथ प्रथम तीन में एक जटिल प्रक्रिया द्वारा चयनित किया गया है। विनोबा स्कूल ने अपनी बेस्ट प्रैक्टिसेज के माध्यम से अपनी चुनौतियों का सामना करते हुए विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास में विगत दो वर्षों में उल्लेखनीय भूमिका निभाई है। टीचर्स प्रोफेशनल डेवलपमेंट के अंतर्गत "साइकिल ऑफ़ ग्रोथ" के माध्यम से शिक्षक को "बदलाव के वाहक" के रूप में लाया गया।सरकारी सिस्टम में शिक्षकों के बारे में बनाई गई नकारात्मक धारणा को तोड़ने में ये विद्यालय सफल रहा। अपने स्कूल लीडर्स के मार्गदर्शन में जॉयफूल लर्निंग द्वारा विद्यार्थियों और पालकों को संस्था से जोड़ा गया। विद्यार्थियों की उपस्थिति और दक्षता में वृद्धि हुई। पढ़ाई, खेलकूद और विद्यार्थियों के ओवरऑल डेवलपमेंट में अग्रणी कक्षा 1 से 12 तक अंग्रेजी और हिंदी दोनों माध्यम में संचालित होने वाले विनोबा स्कूल के 650 में से 90 प्रतिशत से अधिक विद्यार्थी किसी ने किसी स्तर पर गतिविधि से वर्ष भर जुड़े रहते हैं।
गणमान्यों ने की प्रशंसा
इस अवसर पर एमएसएमई केबिनेट मंत्री चैतन्य कश्यप ने विद्यालय परिवार को बधाई दी तथा महापौर रतलाम प्रहलाद पटेल, नगर निगम परिषद अध्यक्ष मनीषा शर्मा डीईओ केसी शर्मा के साथ स्वयं भी जश्न में भागीदारी की। उनके साथ स्टाफ, विद्यार्थी एवं उनके अभिभावकों ने भी गरबा नृत्य और गीतों के माध्यम से जश्न मनाया।
गर्व भरी मुस्कान के साथ घंटे भर चलता रहा नृत्य
घोषणा होते ही तालियों की गड़गड़ाहट के साथ ही गणमान्यों एवं शहर के आम नागरिकों ने भी प्रशंसा की, जिन्हें विश्व स्तर पर मान्यता मिलने पर गर्व महसूस हुआ। एक घंटे तक जश्न चलता रहा और बच्चे और उनके अभिभावक होली पर फूल और गुलाल से खेलते हुए नाचते रहे। *क्या है नवाचारी साइकिल आफ ग्रोथ* दो वर्ष पूर्व विनोबा स्कूल में ज्वाइन होने के बाद विद्यार्थियों की कम उपस्थिति और दक्षता में कमी की चुनोतीयों पर संस्था के नवागत उप प्राचार्य गजेंद्र सिंह राठौर ने वरिष्ठ शिक्षकों के साथ मिलकर "साइकिल आफ ग्रोथ मेकैनिज्म" को प्लान किया। इसमें टीचर्स के प्रोफेशनल डेवलपमेंट के लिए टीम हडल और कैप्सूल ट्रेनिंग ,क्लासरूम मॉनिटरिंग, वन आन वन फीडबैक, रीवार्ड एंड रिकगनाईजेशन की नवाचारी सकारात्मक चक्रीय योजना बनाई।इस योजना में "विनोबा मॉडल आफ पेरेंटल एंगेजमेंट" ,"कम्युनिटी एस ए लर्निंग रिसोर्स " ,"इनोवेटिव आइडिया ऑफ ट्रैकिंग डाटा ",नियमित गतिविधियों का डिस्ट्रिब्यूटेड मॉडल, असेसमेन्ट की नई-नई विधियाँ आदि कईं नवाचार शिक्षकों के माध्यम से जुड़ते गए।
शिक्षकों के साथ टीम बिल्डिंग एक्टिविटी के बीच नियमित रूप से रोचक तरीके से संस्थागत विषयों पर रोल प्ले सहित अन्य उत्साह के वातावरण को बनाया। सतत रूप से नवाचार टीचिंग लर्निंग मटेरियल , प्रिंट रिच, स्टूडेंट डायरी, टीचर्स डायरी, हुक बैंक, मॉर्निंग मीटिंग, हडल स्पेस,एकेडमिक संवाद में अन्तराष्ट्रीय समुदाय के साथ प्रेक्टिसेज जैसे नियमित उपक्रमों में भी किए गए ,जिसके माध्यम से विद्यालय में सहजता से सीखने का वातावरण बना। स्कूल लीडरशीप टीम में प्राचार्य संध्या वोरा,उप प्राचार्य गजेंद्र सिंह राठौर, प्र. अ. अनिल मिश्रा ,सीमा चौहान, हीना शाह सहित अन्य शिक्षकों ने इस अवधारणा को नियमितता दी । स्टूडेंट लर्निंग शोकेस ,कम्युनिटी फेस्टिवल में भागीदारी, स्टीम केंद्रित प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग जैसे नियमित आयोजन हुए। स्कूल शिक्षा विभाग मप्र ने विद्यालय के नवाचारों को नियमित प्रोत्साहन और समर्थन दिया।
उल्लेखनीय है कि सी एम राइज विनोबा रतलाम स्कूल शिक्षा विभाग म.प्र. द्वारा घोषित लाइट हाउस है तथा दो वर्षों में अपनी चुनोतियों को पार करके इस विद्यालय ने दक्ष विद्यालय का दर्जा,लगातार हर क्षेत्र में उत्कृष्ट परिणाम के साथ अन्य विद्यालयों और समाज के लिए प्रेरणापुंज का कार्य किया है।
*क्या थी चयन प्रक्रिया* विश्वव्यापी संस्था "टी फोर एजुकेशन" द्वारा दुनिया भर के स्कूल्स से फरवरी 2024 तक विभिन्न केटेगरी में विस्तृत आवेदन के माध्यम से अपने इस वर्ष के प्रतिष्ठित पचास हजार यू एस डॉलर के पुरस्कार की चयन प्रक्रिया शुरू की।प्राप्त हजारों आवेदनों में से शार्ट लिस्ट स्कूल्स के रूप में विनोबा स्कूल के उप प्राचार्य गजेंद्र सिंह राठौर का एक स्कूल लीडर के रूप में "इनोवेशन" केटेगरी में किये गए उल्लेखनीय कार्यो पर अन्तराष्ट्रीय शिक्षाविदों द्वारा कई दौर के ऑनलाइन साक्षात्कार लिए।यहां से पुनः चयनित होने पर दस्तावेज आधारित मूल्यांकन किया गया।इसके पश्चात उनके साथ शिक्षकों की विभिन्न स्तरों की ऑनलाइन परीक्षण बैठक के उपरांत पहले टॉप 10 और अंतिम रूप से टॉप-3 में चयन किया गया।इस पूरी प्रक्रिया में विनोबा स्कूल के लीडर्स और सभी शिक्षक एक परिवार की तरह जुटे रहे।विद्यालय की इस सफलता पर प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा श्री संजय गोयल , आयुक्त लोक शिक्षण श्रीमती शिल्पा गुप्ता संचालक लोक शिक्षण डी एस कुशवाह,जिला शिक्षा अधिकारी के सी शर्मा ने बधाई प्रेषित करते हुए भविष्य में इसे अन्य विद्यालयों के लिए प्रेरणादायी बताया।
What's Your Reaction?






