रतलाम के एक सरकारी स्कूल ने पूरी दुनिया को दी मात : बना विश्व का नम्बर वन : खुशी से झूम उठे रतलामवासी

स्कूल के उप प्राचार्य गजेंद्र सिंह राठौर ने मीडिया को बताया कि रतलाम के सीएम राइज स्कूल ने विशेष तैयारियों के साथ भारत की ओर से प्रतियोगिता में हिस्सा लिया। साइकिल ऑफ ग्रोथ इसमें बहुत अहम रहा। 2 साल पहले विनोबा स्कूल से जुड़ने के बाद संस्था ने विद्यार्थियों की कम उपस्थिति और दक्षता की कमी पर काम किया। शिक्षकों के व्यावसायिक विकास के लिए टीम हडल और कैप्सूल ट्रेनिंग, क्लास रूम मॉनिटरिंग, वन ऑन वन फीडबैक, रिवॉर्ड और मान्यता की सकारात्मक योजना बनाई गई

Oct 24, 2024 - 17:34
Oct 24, 2024 - 17:35
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रतलाम के एक सरकारी स्कूल ने पूरी दुनिया को दी मात : बना विश्व का नम्बर वन : खुशी से झूम उठे रतलामवासी

रतलाम (प्रकाशभारत न्यूज) रतलाम के विनोबा नगर सीएम राईज़ ने गुरुवार को ऐसा कीर्तिमान स्थापित कर लिया जो अपने आप में अजूबा है। लंदन की संस्था टी 4 एजुकेशन ने गुरुवार को वर्चुअल कार्यक्रम में विश्व के सर्वश्रेष्ठ स्कूल की घोषणा की। शायद किसी को विश्वास नहीं था कि भारत के मध्यप्रदेश के छोटे से शहर रतलाम का एक सरकारी स्कूल पूरे विश्व के स्कूलों को मात देकर आकाशीय कीर्तिमान स्थापित करेगा। सीएम राईज विनोबा नगर को इनोवेशन केटेगरी में विश्व में प्रथम स्थान हासिल हुआ। इस उपलब्धि तक पंहुचने वाला यह पहला और भारत का एकमात्र सरकारी स्कूल है।

पुरस्कारों की घोषणा करते हुए टी4 एजुकेशन के संस्थापक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री विकास पोटा ने सीएम राइज विनोबा की टीम और मध्य प्रदेश सरकार को बधाई देते हुए कहा, ''यह उपलब्धि दशार्ती है कि राज्य के सरकारी स्कूलों में विश्व स्तरीय शिक्षा का सृजन किया जा रहा है। भारत। यह दुनिया भर के शिक्षकों के लिए एक प्रेरणा है।'' ऐतिहासिक घोषणा के दौरान प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्री चैतन्य कश्यप भी वर्चुअली जुड़े। उन्होंने पूरी टीम को बधाई दी। अनाउंसमेंट को सुनते ही इस मुकाम तक पंहुचने में सबसे अहम भूमिका निभाने वाले स्कूल के सह प्राचार्य गजेंद्र सिंह राठौर भावुक होकर रो ही पड़े। स्कूल प्राचार्य संध्या वोहरा समेत मेहनत में दिन-रात लगने वाले शिक्षक, शिक्षिकाएं भी आश्चर्य से भरी खुशी से नाचते, एक दूसरे के गले लगकर बधाई देते रहे। मौजूद विद्यार्थियों ने घंटों तक नृत्य किया और उनके परिजन भी अत्याधिक खुश होकर फूलों से होली खेलने लगे।

टी-4 के संस्थापक ने कहा यह मेरे लिए भी सम्मान

टी4 एजुकेशन और विश्व के सर्वश्रेष्ठ स्कूल पुरस्कारों के संस्थापक विकास पोटा ने लंदन से भी रतलाम के सीएम राईज की सराहना की। कहा कि "भारत में सीएम राइज स्कूल विनोबा, रतलाम को इनोवेशन के लिए विश्व का सर्वश्रेष्ठ स्कूल पुरस्कार 2024 प्रदान करना मेरे लिए बहुत सम्मान की बात है। अपनी कक्षा, समुदाय और उससे कहीं आगे के जीवन में जो बदलाव किया है, वह शिक्षकों और नीति निमार्ताओं को समान रूप से प्रेरित करेगा। आशा है कि सरकारें अब आपके चमकदार उदाहरण की ओर देखेंगी कि जब स्कूल उच्च प्रदर्शन के लिए प्रतिबद्ध हों। आपका काम बेहतर भविष्य का मार्ग प्रशस्त करता है।"  

 

100 देश के हजारों स्कूलों से थी टक्कर

एलईडी स्क्रीन पर इंग्लैंड के लंदन से वर्चुअल अनॉउसमेंट किया। 100 से ज्यादा देशों के स्कूलों में इनोवेशन समेत 4 श्रेणियों में प्रतियोगिता आयोजित की गई थी। इसमें अंतराराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त अमेरिका, यूरोप, अफ्रीका, ऐशियाई देशों के बड़े-बड़े नीजि स्कूलों ने भी भाग लिया था। रतलाम के सीएम राईज स्कूल को इसी साल शुरुआती चरण में विश्व के 10 सर्वश्रेष्ठ स्कूलों में शामिल होने का खिताब मिला था। इसके बाद 19 सितंबर को ही तीन सर्वश्रेष्ठ में स्थान बनाया था। 24 अक्टूबर को हुए ग्लोबल अनाउंसमेंट में इस स्कूल ने आखिरकार दौड़ में सर्वश्रेष्ठ बनकर ही दम लिया है।

अतिथियों ने सराहा, कहा भारत के लिए गर्व की बात

इस दौरान कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रतलाम महापौर प्रहलाद पटेल ने कहा कि केंद्र और मध्यप्रदेश सरकार ने जब पीएमश्री और सीएम राईज स्कूलों की अवधारणा जब रखी गई थी तो यही सोच थी कि सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को भी विश्व स्तरीय शिक्षा मिले। गर्व का विषय है कि रतलाम के सीएम राईज स्कूल ने इसे चरितार्थ किया है। 

शिक्षा और सेवा का कार्य करने वाली संस्था पीपल की प्रदेश सीईओ कृति भरुचा ने कहा कि पीपुल्स ने सीएम राईज की अवाधारणा को पूरे प्रदेश में सरकार के साथ मिलकर धरातल पर उतारने के लिए लगातार मेहनत को हर कदम पर देखा है। टीम लीडर गजेंद्र सिंह राठौर और शिक्षकों ने इस सोच को सच बनाया है। यह वैश्विक उपलब्धि ही नहीं अपने आप में खिताब है जो अन्य स्कूलों को भी प्रेरित करेगा।

विद्यालय प्राचार्य संध्या वोहरा ने कहा कि सीएम राइज़ से जुड़े पूरे अमले, शिक्षा विभाग के अधिकारियों, स्कूल के स्टाफ और सबसे महत्वपूर्ण विद्यार्थियों और अभिभावकों का सहयोग रहा। पीपुल्स संस्था ने भी हर कदम पर बहुत सहयोग दिया और टी 4 से जुड़कर यहां तक पंहुचने में इनकी भूमिका बहुत बड़ी है।

कभी नहीं सोचा था आएगा ये दिन

स्कूल के वाइस प्रिंसिपल गजेंद्र सिंह राठौर ने कहा कि -हमने कभी नहीं सोचा था कि हमारे जीवन में एक दिन ऐसा भी आएगा जब हमारा स्कूल दुनिया में अव्वल आएगा। जब स्कूल आते थे तो केवल अपनी चुनौतियों से निपटने के बारे में सोचते थे। लेकिन हम नए विचार लेकर आते थे और उन्हें वास्तविकता में बदलने के लिए हर दिन संघर्ष करते थे। अंतर्राष्ट्रीय संस्था टी4 एजुकेशन द्वारा किये गए चयन ने हमारी सरकार को सम्मान दिया है जो प्रदेश में अपनी योजनाओं से शिक्षा व्यवस्था को लगातार सशक्त बना रही है। हमारे साथियों और बच्चों की मेहनत ने यह साबित कर दिया है कि कि छोटे शहरों में किए गए प्रभावी नवाचारों को भी विश्व स्तर पर मान्यता मिल सकती है।

मुख्यमंत्री समेत चारों ओर से मिली सराहना

-प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रतलाम विनोबा स्कूल की उपलब्धि पर हर्ष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि पूरी टीम और विशेषकर यहां तक पंहुचाने वाले हर व्यक्ति की मेहनत का परिणाम है। हमारा प्रयास यही है कि छोटे से छोटे शहर तक शिक्षा सशक्त रूप से प्रभावी हो क्योंकि शिक्षा की भविष्य को मजबूत करने का सबसे अहम औजार है।

-प्रदेश के शिक्षामंत्री राव उदयप्रताप सिंह ने कहा कि रतलाम के इस स्कूल ने देश के लिए गर्व हासिल किया है। यह एक ऐतिहासिक उपलब्धि है जहां हमने यूएस, यूके, स्पेन, ब्राजील, केन्या, थाईलेंड के साथ मुकाबले करते हुए उनसे आगे निकलकर दिखाया है।

-प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्री और रतलाम विधायक चैतन्य काश्यप ने कहा कि - रतलाम के लिए नहीं बल्कि भारत के शिक्षा जगत के लिए हैं। यह संदेश है कि भारत में छोटे से छोटे शहर में शिक्षा के क्षेत्र में जागरूक करने का, नवाचार करने का प्रयास चल रहा है। मैं रतलाम से होने पर गर्व मेहसूस कर रहा हूं। इस स्कूल के विद्यार्थी भी प्रशंसा के पात्र हैं जिन्होंने नवाचारों के अनुरूप स्वंय को ढ़ालते हुए प्रयास को सफल किया। स्टाफ, पालक एवं संस्था से जुड़े सभी लोगों, विभाग, रतलाम, भारत की उपलब्धि है।

शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. संजय गोयल ने कहा कि - लंदन की टी-4 एजुकेशन विश्व भर के स्कूलों में स्पर्धा का प्लेटफार्म दे रही है। अतंरराष्ट्रीय जूरी ने फैज वाईज हमारे स्कूलों को परखा और यूके और थाईलैंड जैसे देश के स्कूलों के साथ स्पर्धा में रतलाम को श्रेष्ठ घोषित किया है। सीएम राईज़ विनोबा की इस स्पर्धा में उपलब्धि दूरदर्शी सोच, अथक परिश्रम, स्टाफ, विद्यार्थियों के श्रम का सार्थक परिणाम है।

 **पीपल** संस्था की सीईओ कृति भरुचा ने बताया कि सीएम राइज स्कूल कार्यक्रम के लिए शैक्षणिक भागीदार के रूप में कार्य कर महत्वपूर्ण योगदान दिया है। पीपुल ने सीएम राइज स्कूलों के लिए स्कूल प्रक्रियाओं के लिए मानक संचालन प्रक्रिया तैयार करने और नेतृत्व क्षमता को मजबूत करने में स्कूल शिक्षा विभाग के साथ सहयोग किया है।

शिक्षा के क्षेत्र में भारत को अभूतपूर्व सफलता

टी फॉर एजुकेशन लंदन आधारित एक ग्लोबल संस्था है जो 100 देशों के हजारों स्कूलों के बीच पांच अलग-अलग श्रेणियों में प्रतियोगिता करवाती है। इन श्रेणियों में सामुदायिक सहभागिता, पर्यावरण सक्रियता, सृजनात्मकता, विपरीत परिस्थितियों में सफलता और स्वस्थ कार्यशैली है। भारत के लिए गर्व की बात है कि इस साल सर्वश्रेष्ठ श्रेणी में भारत के तीन स्कूल हैं, लेकिन सरकारी स्कूल केवल एक। स्पर्धा में भाग लेने के समय से ही इंटरनेशनल लेवल पर इस स्कूल में इनोवेशन के साथ पढ़ाई के नए तरीकों, सीमित संसाधनों में असीमित सफलता को लेकर परखा गया। स्कूल के उप प्राचार्य और राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त शिक्षक गजेंद्र सिंह राठौर को शॉर्टलिस्टेड स्कूल के रूप में इनोवेशन श्रेणी में स्कूल लीडर चुना गया। अंतरराष्ट्रीय शिक्षाविदों द्वारा घंटों आॅनलाइन इंटरव्यू के सेशन हुए। दस्तावेज आधारित मूल्यांकन किया गया। आखिरकार अंत तक मेहनत में कोई कमी नहीं रखने पर स्कूल का चयन वर्ल्डस बेस्ट के रूप में हो गया।

इन प्रयासों ने दिलवाई वैश्विक सफलता

स्कूल के उप प्राचार्य गजेंद्र सिंह राठौर ने मीडिया को बताया कि रतलाम के सीएम राइज स्कूल ने विशेष तैयारियों के साथ भारत की ओर से प्रतियोगिता में हिस्सा लिया। साइकिल आॅफ ग्रोथ इसमें बहुत अमह रहा। 2 साल पहले विनोबा स्कूल से जुड़ने के बाद संस्था ने विद्यार्थियों की कम उपस्थिति और दक्षता की कमी पर काम किया। शिक्षकों के व्यावसायिक विकास के लिए टीम हडल और कैप्सूल ट्रेनिंग, क्लास रूम मॉनिटरिंग, वन आॅन वन फीडबैक, रिवॉर्ड और मान्यता की सकारात्मक योजना बनाई गई। विद्यार्थियों के काम को प्रदर्शित करने के लिए लर्निंग शोकेस, सृजन मेला, कम्युनिटी विजिट, प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग जैसे नियमित आयोजन किए गए। सीएम राइज स्कूल दो साल पहले ही शुरू हुए थे। पहली से 12वीं तक अंग्रेजी और हिंदी दोनों माध्यमों से संचालित इस स्कूल के 577 विद्यार्थियों में से 545 विद्यार्थी पूरे वर्ष किसी न किसी स्तर पर गतिविधि से जुड़े रहे।

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Sujeet Upadhyay Sujeet Upadhyay is a senior journalist who have been working for around Three decades now. He has worked in More than half dozen recognized and celebrated News Papers in Madhya Pradesh. His Father Late shri Prakash Upadhyay was one of the pioneer's in the field of journalism especially in Malwanchal and MP.