रतलाम: लोन की किश्त नहीं चुका पाने पर युवक ने स्वयं पर हमले की झूठी कहानी रची, पुलिस जांच में हुआ खुलासा

पुलिस ने जांच में पाया कि पूरी कहानी ­झूठी रची थी।

Mar 26, 2024 - 16:48
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रतलाम: लोन  की किश्त नहीं चुका पाने पर युवक ने स्वयं पर हमले की झूठी कहानी रची, पुलिस जांच में हुआ खुलासा

रतलाम 26मार्च(प्रकाशभारत) एक युवक ने वाहन खरीदने के बाद फायनेंस के रुपए देने से बचने के लिए खुद ही अपने पेट में ब्लेड मारकर प्राण घातक हमले की झूठी कहानी रच दी। युवक ने फायनेंस कंपनी से जुड़े लोगों का नाम लेते हुए उनपर जानलेवा हमला करने का आरोप लगा दिया। हालांकि पुलिस ने जांच में पाया कि उसने पूरी कहानी ­झूठी रची थी, जिसके लिए उसपर कार्यवाही की जाएगी।

एसपी राहुल कुमार लोढा ने मंगलवार को कंट्रोल रूम पर आयोजित पत्रकार वार्ता में बताया कि 20 मार्च को शोएब उर्फ आफताब पिता अंसार अली निवासी खातीपुरा द्वारा दोत्ती थाने पर रिपोर्ट दर्ज करवाई गई थी। उसने बताया था कि वह जब रात करीब 12.30 बजे चचेरे भाई शाहरूख के साथ हाशमी होटल से अरिहंत परिसर तरफ जाने वाले कच्चे रोड से बाईक पर जा रहा था, तभी खाली प्लाट के पास 4 आरोपियों ने उसे रोककर गालियों देते हुए पेट में चाकू मार दिया था। उसके चिल्लाने पर आरोपी भाग निकले। शाखरुख उसे बाइक पर बैठाकर सिविल अस्पताल लाया और भर्ती करवाया था। 

पुलिस ने घटना की जांच के लिए निरीक्षक दिनेश भोजक, एसआई आनंद बागवान, अमित शर्मा, मनीष यादव, मनोज पांडेय आदि के नेतृत्व में टीम बनाई। टीम ने जांच की तो किसी आरोपी के मौके पर पंहुचने और मारपीट का कोई गवाह या साक्ष्य नहीं मिला। साक्षी शाहरूख पिता अब्दुल मजीद निवासी शेरानीपुरा से भी जब बयान लिए गए तो उसने बता दिया कि शोएब को नईम उर्फ बबलू पिता अनीस खोखर से एक पिकअप खरीदी थी। इसके फायनेंस की 5 किश्तें शोएब द्वारा नईम को एग्रीमेंट लिखकर दिया गया था लेकिन रुपए नहीं जमा करवाए गए। इससे बचने के लिए शोएब ने शाहरुख के सामने ही घटनास्थल पर खुद ही स्वयं के पेट में ब्लेड से चोट पंहुचाई थी। शाहरुख को बताया था कि किसी के भी पूछने पर वह बताए कि चार लोगों ने उसपर हमला किया है। शोएब द्वारा ­क्षूठी कहानी फायनेंस के रुपए देने से बचने के लिए रची गई थी। 

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Sujeet Upadhyay Sujeet Upadhyay is a senior journalist who have been working for around Three decades now. He has worked in More than half dozen recognized and celebrated News Papers in Madhya Pradesh. His Father Late shri Prakash Upadhyay was one of the pioneer's in the field of journalism especially in Malwanchal and MP.