रतलाम... डेढ़ माह में 50 करोड़ से अधिक का ट्रांजैक्शन, रतलाम पुलिस ने किया बड़े मामले का खुलासा, देश के बड़े-बड़े शहरों से जुड़े तार, : गरीब मजदूर को लालच देकर बनाई फर्जी कंपनियां,बैंक में खोले गए खाते शहर के कई बैंक भी पुलिस के सवालों के घेरे में

रतलाम पुलिस अधीक्षक राहुल लोढा ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस पूरे मामले का खुलासा किया

Feb 1, 2024 - 17:53
Feb 1, 2024 - 18:01
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रतलाम... डेढ़ माह में 50 करोड़ से अधिक का ट्रांजैक्शन, रतलाम पुलिस ने किया बड़े मामले का खुलासा, देश के बड़े-बड़े शहरों से जुड़े तार, : गरीब मजदूर   को लालच देकर बनाई फर्जी कंपनियां,बैंक में खोले गए खाते  शहर के कई बैंक  भी पुलिस के सवालों के घेरे में

रतलाम,1फरवरी@prakashbharat। रतलाम पुलिस ने आम लोगों के नाम पर फर्जी कंपनी बनाकर बैंक खाता खोलने और उससे करोड़ों का ट्रांजैक्शन करने के बड़े मामले का खुलासा किया है। इस मामले में पुलिस ने फिलहाल राजस्थान के तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस की जांच अभी जारी है, जिसमें आगे कई चौंकाने वाली जानकारियां सामने आने की उम्मीद है।

रतलाम एसपी राहुल लोढा ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस पूरे मामले का खुलासा किया। एसपी ने बताया कि अभी तक इस मामले में जो जानकारी पुलिस को मिली है उसमें रतलाम निवासी चार व्यक्तियों के नाम पर फर्जी कंपनियां बनाकर अलग-अलग बैंकों में खाते खुलवाए गए और इन बैंक खातों के माध्यम से करोड़ों रुपए का ट्रांजैक्शन किया गया।

ऐसे पहुंचा पुलिस तक मामला

रतलाम में फास्ट फूड का ठेला लगाने वाले सूरज चौरे नामक व्यक्ति ने पुलिस को इस मामले को लेकर शिकायत की थी, इसके बाद एसपी राहुल लोढा के निर्देश पर जांच शुरू हुई तो , जो मामला सामने आया उससे पुलिस की आंखें भी फटी रह गई।

15 हजार रुपए प्रतिमाह का लालच देकर खुलवाए खाते

एसपी राहुल लोढा ने बताया कि इस मामले में पुलिस ने राजस्थान निवासी तुलसीराम पिता गोपाल ओझा, योगेश पिता मदनलाल शर्मा और सूर्य प्रकाश त्रिपाठी को गिरफ्तार किया है। वर्तमान में तीनों लोग रतलाम के शक्ति नगर में रह रहे थे।

फरियादी सूरज ने पुलिस को शिकायत में बताया कि कुछ समय पहले उसकी मुलाकात तुलसीराम से हुई थी। तुलसीराम ने सूरज को हर महीने 15 हजार रुपए देने का लालच दिया। इसके बदले में सूरज के नाम से एक फर्म बनाकर बैंक खाते खुलवाए गए। तुलसीराम ने बैंक खाते की डिटेल्स, चेक बुक और खाते में दर्ज नंबर की सिम सूरज से ले ली थी। तुलसीराम ने सूरज को और भी लोगों के खाते खुलवाने और पैसे देने का लालच दिया। इसके बाद सूरज ने दो और खाते खुलवाए, लेकिन तुलसीराम ने दो अन्य खातों के पैसे सूरज को नहीं दिए। पैसे नहीं मिलने पर सूरज बैंक में खाता बंद करवाने गया तो उसे पता चला कि उसके खाते से करोड़ों रुपए का लेनदेन हो रहा है। उसके चेक पर किसी अन्य व्यक्ति का हस्ताक्षर कर लेनदेन किया जा रहा है। इसके बाद फरियादी सूरज द्वारा बैंक खाता फ्रिज करवाने के लिए बैंक में आवेदन दिया गया और मामले की शिकायत पुलिस को की गई।

धोखाधड़ी एवं अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज

एसपी राहुल लोढा ने बताया कि जब उन्हें मामले की जानकारी मिली तो फरियादी की रिपोर्ट पर धारा 420, 467, 468 ,120 बी में प्रकरण दर्ज कर मामले को अनुसंधान में लिया गया। मामले की जांच के लिए एसपी राकेश खाखा के मार्गदर्शन में साइबर सेल रतलाम और औद्योगिक क्षेत्र रतलाम पुलिस की संयुक्त टीम बनाई गई। इसके बाद शक्ति नगर में आरोपियों के ठिकानों पर दबिश देकर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। आरोपियों को न्यायालय में पेश कर 3 फरवरी तक की रिमांड ली गई है।

चार लोगों के खाते से 50 करोड़ से अधिक का ट्रांजैक्शन

एसपी राहुल लोढा ने बताया कि जांच में अभी तक रतलाम के चार लोगों के नाम से अलग-अलग बैंकों में खाता खोले जाने की जानकारी मिली है। सूरज के अलावा जिन लोगों के नाम पर खाते खोले गए हैं उनमें एक मजदूरी करता है। एक प्रिंटिंग प्रेस पर काम करता है और एक सब्जी का ठेला लगाता है। चारों ही लोगों को पैसे का लालच देकर दस्तावेज लिए गए और फर्जी कंपनियां बनाकर बाकायदा जीएसटी नंबर भी लिए गए। इसके बाद अलग-अलग बैंकों में खाते खुलवाए गए।

एसपी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में पता चला है कि यह खाते डेढ़ से दो माह पहले ही खुलवाए गए हैं। इतने समय में ही इन खातों से 50 से 60 करोड रुपए का ट्रांजेक्शन होने की जानकारी सामने आई है।

अलग-अलग शहरों से रुपए का लेनदेन हुआ

एसपी राहुल लोढा ने बताया कि खातों की जांच में पता चला है कि इनमें अलग-अलग शहरों से रुपए का लेनदेन किया गया है। करोड़ों रुपए का ट्रांजैक्शन हुआ है जो चौंकाने वाला है।

अन्य राज्यों में फर्जी कंपनी और खातों का पता चला

एसपी राहुल लोढा ने बताया कि आरोपियों के मोबाइल नंबर से उन्हें कुछ अन्य मोबाइल नंबर प्राप्त हुए हैं। वहीं एक लैपटॉप भी जप्त किया गया है। आरोपियों की कुछ लोगों से चैटिंग भी मिली है। पुलिस तकनीकी जांच और पूछताछ के आधार पर पता लगाने का प्रयास कर रही है कि इस पूरे खेल के पीछे कौन-कौन लोग शामिल है और उनका असल उद्देश्य क्या है।

जांच में पुलिस को अन्य शहरों में भी 35 से 40 खातो की जानकारी मिली है वहीं अन्य राज्यों में भी 40 से 50 फर्जी कंपनियों का पता लगा है। कुछ शहरों में खातों को फ्रिज भी करवाया गया है, जिससे पता चलता है कि अन्य शहरों में भी इस पूरे खेल की शिकायत हुई है जिसके बाद खाते फ्रीज हुए हैं। रतलाम पुलिस ने भी यहां खोले गए सभी खातों को फ्रिज करवा दिया है। रतलाम पुलिस अब इस पूरे मामले की जांच में जुट गई है।

बैंक अधिकारी भी पुलिस के सवालों के घेरे में

एसपी राहुल लोढा ने बताया कि बैंक के किसी खाते में संदिग्ध या बड़े ट्रांजेक्शन होने पर बैंक अधिकारी को इनकम टैक्स विभाग को इसकी जानकारी देनी होती है। रतलाम में खोले गए नौ खातों में पिछले डेढ़ माह में 50 करोड़ से अधिक का ट्रांजैक्शन हुआ, लेकिन बैंको की ओर से इस और कोई ध्यान नहीं दिया गया। पुलिस इस संबंध में नियमों की जानकारी मांग रही है जिसके बाद संबंधित बैंक के अधिकारियों से भी पुलिस सवाल जवाब कर कार्रवाई कर सकती है।

 रतलाम पुलिस के अनुसार मामले की जांच में बड़े खेल और बड़े खिलाड़ियों के उजागर होने की संभावना है।

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Sujeet Upadhyay Sujeet Upadhyay is a senior journalist who have been working for around Three decades now. He has worked in More than half dozen recognized and celebrated News Papers in Madhya Pradesh. His Father Late shri Prakash Upadhyay was one of the pioneer's in the field of journalism especially in Malwanchal and MP.