जहां त्याग वहां रामायण , जहां लूट - खसोट वहां महाभारत - पंवार
उक्त उद्बोधन "आत्महत्या क्यों ?" के लेखक सेवानिवृत्ति आईपीएस, चिंतक, आर सी पंवार ने आज शासकीय महाविद्यालय सैलाना में विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए दिया।

सैलाना (प्रकाशभारत न्यूज) यह विश्व कर्म प्रधान है आप कर्म पर विश्वास रखें फल आपको निश्चित मिलेगा । इसकी बेचैनी में आप ऐसा कोई कदम ना उठाएं जिससे हमारा नुकसान हो।
हमेशा अपनी कुंठा , निराशा का शमन करने के लिए ऐसा मार्ग जरूर रखें जिससे आपका चित्त शांत हो, स्थिर हो । त्याग का जीवन अपनाए क्योंकि जहां त्याग है वहां रामायण है और जहां लूट -खसोट है वहां महाभारत है।
उक्त उद्बोधन "आत्महत्या क्यों ?" के लेखक सेवानिवृत्ति आईपीएस, चिंतक, आर सी पंवार ने आज शासकीय महाविद्यालय सैलाना में विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए दिया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्राचार्य डॉ एस सी जैन ने सर्वप्रथम सेवानिवृत्त आईपीएस आर सी पंवार का पुष्पहारों से अभिनंदन किया और कहा कि आपका यह उद्बोधन निश्चित ही हमारे छात्रों को निराशा के पलों में संभलने का अवसर देगा।
वरिष्ठ पत्रकार वीरेन्द्र त्रिवेदी ने अतिथि परिचय और स्वागत भाषण दिया। इस अवसर पर विमल कटारिया , समाजसेवी अशोक चंडालिया , गौसेवक प्रदीप त्रिवेदी, अधिवक्ता कांतिलाल राठौर सहित संपूर्ण प्राध्यापक परिवार, कर्मचारी स्टाफ और बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे।
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