महिला पर बुरी नजर रखने पर प्रधान आरक्षक की हत्या कर लाश को ठिकाने लगाने आए थे रतलाम जिले में : उज्जैन की 32वीं बटालियन में प्रधान आरक्षक था मृतक : तीन आरोपियों को ग्रामीणजन ने धर दबोचकर : किया पुलिस के हवाले
इस दौरान ग्रामीणजनों ने तीनों आरोपियों की पिटाई कर पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलने पर जावरा ग्रामीण एसडीओपी संदीप मालवीय, एसआइ शिवेंद्र कुमार व अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे तथा तीनों को हिरासत में ले लिया

रतलाम (प्रकाशभारत न्यूज) जिले के रिंगनोद थाना क्षेत्र के ग्राम मोरिया के समीप रूपनिया डेम में एक व्यक्ति की लाश ठिकाने लगाने जा रहे तीन युवकों को ग्रामीणों ने पकड़ लिया तथा उनकी जमकर पिटाई की। मृतक उज्जैन की 32वीं बटालियन के प्रधान आरक्षक था।
जानकारी के अनुसार सोमवार सुबह जिला मुख्यालय से करीब 35 किलोमीटर दूर ग्राम मोरिया के समीप रूपनिया डैम में कुछ व्यक्ति कार में एक व्यक्ति की लाश लेकर उसे ठिकाने लगाने पहुंचे थे। तभी गांव के चौकीदार ने उन्हें देख लिया तो वे कार लेकर वहां से भागे। वे कार लेकर पास के गांव मोरिया होकर जा रहे थे तभी रास्ते में कार खराब होने के कारण तीनो युवक कार से उतरकर भागने लगे। ग्रामीण उन्हें भागता देख कार के पास पहुंचे तो उसमें एक व्यक्ति का शव था। ग्रामीणों ने शोर मचाकर पीछा कर तीनों को पकड़ लिया।
इस दौरान ग्रामीणजनों ने तीनों आरोपियों की पिटाई कर पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलने पर जावरा ग्रामीण एसडीओपी संदीप मालवीय, एसआइ शिवेंद्र कुमार व अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे तथा तीनों को हिरासत में ले लिया।
पुलिस आरोपी लखन, कमल व एक अन्य को बैठाकर जीप से ले जाने लगी तो ग्रामीणजनों ने विरोध कर जीप के सामने आकर आरोपियों को उन्हें सौंपने की मांग करने लगे।
पुलिस ने आक्रोशित ग्रामीणों को समझकर शांत करने का प्रयास किया। पुलिस ने ग्रामीणों को आरोपियों को पकड़ने के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि आपके सहयोग से ही आरोपी पकड़ में आए है। आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस पर ग्रामीण शांत हुए तथा पुलिस आरोपितों को जीप से रिंगनोद थाने पर ले गई। जहां उनसे पूछताछ की जा रही है
प्रारंभिक पूछताछ में किसी महिला पर बुरी नजर रखने की बात को लेकर घटना सामने आई है। पुलिस के अनुसार आरोपी व मृतक परिचित है। रविवार रात मृतक और आरोपीयो ने मिलकर पार्टी की थी। इस दौरान महिला की बात को लेकर उनमें विवाद हो गया। तीनो आरोपीयो ने गुलाबसिंह को कार में बैठकर महिदपुर के ग्राम ड़ाबड़िया ले गए। वहां पत्थर व डंडों से मारपीट की, इससे गुलाबसिंह की मौत हो गई। फिर लाश कार में लेकर ठिकाने लगाने आये थे
What's Your Reaction?






