शहर में हर्षोउल्लास से मना जन्माष्टमी महोत्सव पर्व : गुरु रामदास पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल में हुआ दही हांडी का आयोजन
कई स्थानों पर टंगी दही हांडी, फोरलेन हुए जाम जन्माष्टमी के पर्व पर शहर में परंपरागत रूप से कुछ स्थानों पर दही हांडी का आयोजन भी हुए। कॉलोनियों, गलियों के अलावा शहर की मुख्य सड़कों पर भी दही हांडी टांगी गई जिन्हें रात 3 बजे तक फोड़ने के लिए ग्वाल, बाल की टोलियां घूमती रहीं

रतलाम। आनंद उमंग भयो, जय हो नंदलाल की...। सोमवार को पूरा जिला ही कृष्ण रंग में रंग गया। जन्माष्टमी पर कृष्ण मंदिरों में सुबह से ही दर्शन के लिए भीड़ लगती रही जो रात भर जारी रही। घरों में भी व्रत, उपवास, पूजन, भजन और पूरी रात कीर्तन और नृत्य होता रहा। शहर में कई स्थानों पर दही हांडी के आयोजन भी हुए जिन्हें देखने के लिए रात में भीड़ लगी रही।
जन्माष्टमी के पर्व का उल्लास इस तरह छाया रहा कि घरों में माताओं ने नन्हें बच्चों को कान्हा के रूप में श्रृंगार कर तैयार किया गया, तो किसी को राधा के रूप में। सुबह ही स्नान आदि के बाद से कई भक्तों ने पूजन के साथ व्रत। कुछ के घरों में रास लीलाओं और बाल लीलाओं के मंचन भी किए गए। कृष्ण मंदिरों में भी सुबह से शाम तक आयोजन चलते रहे। रात 11 बजे से जन्मोत्सव का मुख्य पूजन प्रारंभ हो गया। मध्यरात्रि में मंदिरों से लेकर घरों तक मान्यतानुसार खीरे को काटकर गोपाल जन्म का उत्सव मनाया गया। इसके बाद स्नान करवाकर दूध, दही से अभिषेक किया गया। थाली को चम्मच से बजाकर पारंपरिक रूप से बालक के जन्म की सूचना दी गई और सोहर भी गाए गए। सुंदर वस्त्र पहनाकर श्रृंगार कर झूले में सुलाजा गया। पंजीरी, मिठाई, फलों का भोग लगाया गया और रात में ही आरती उतारी गई।
मांगल्य मंदिर में 300 फीट लंबे में झूले कान्हा
मांगल्य मंदिर में पहली बार 300 फीट लंबे झूले में भगवान श्रीकृष्ण को ाुलाया गया। व्यवस्थापक पं.सुदामा मिश्र ने बताया कि कृष्ण जन्माष्टमी पर गुजरात के कारीगरों द्वारा 300 फीट लंबे झूले का निर्माण किया गया है। यह मंदिर के मुख्य शिखर से बंधा है और जमीन से 10 फीट ऊंचाई पर है। भगवान के बाल स्वरूप लड्डू गोपाल की शोभा यात्रा निकाली गई। शाम 5 बजे से सभी भक्तों के लिए डांडिया रास का आयोजन भी हुआ। इसके पहले सुबह से मध्यरात्रि तक भगवान श्री कृष्ण का दुग्धाभिषेक किया गया। यहां आने वाले दर्शनार्थियों ने भगवान के दर्शन करने के साथ ाूला भी ाुलाया। शाम से यह दिव्य दर्शन प्रारंभ होकर मध्यरात्रि में प्रभु के प्राकट्य महोत्सव पश्चात महाआरती तक जारी रहा। भक्तों को प्रसाद स्वरूप भगवान लक्ष्मीनारायण के प्रतीक अभिमंत्रित कौड़ी व गोमती चक्र नि:शुल्क दी गई। मंदिर परिसर सप्तरंगी रोशनी से सराबोर रहा।
जेल में भी मना कृष्ण जन्मोत्सव
रतलाम के सर्किल जेल में श्री कृष्णजन्मोत्सव मनाया गया। जेल अधीक्षक एलकेएस भदौरिया ने बताया दोपहर 12.15 बजे से दोपहर 3 बजे तक कृष्णजन्मोत्सव मनाया गया। जन्माष्टमी पर शहर के सराफा बाजार स्थित गोपाल जी का बड़ा मंदिर, चारभुजा नाथ मंदिर, रानीजी का मंदिर, घास बाजार स्थित गोपाल जी का मंदिर, सैलाना रोड स्थित श्री राम मंदिर, कालिका माता परिसर स्थित श्री कृष्ण मंदिर, उकाला रोड स्थित प्राचीन श्री कृष्ण मंदिर, गीता मंदिर आदि में बिजली के अलावा फूलों से सजावट की गई।
कई स्थानों पर टंगी दही हांडी, फोरलेन हुए जाम
जन्माष्टमी के पर्व पर शहर में परंपरागत रूप से कुछ स्थानों पर दही हांडी का आयोजन भी हुए। कॉलोनियों, गलियों के अलावा शहर की मुख्य सड़कों पर भी दही हांडी टांगी गई जिन्हें रात 3 बजे तक फोड़ने के लिए ग्वाल, बाल की टोलियां घूमती रहीं। इस बीच राम मंदिर और गीता मंदिर फोरलेन पर भी दही हांडी टांगी गई, लेकिन इनके कारण पूरे दिन ट्रैफिक जाम होता रहा। फोरलेन होने के बावजूद यहां एक तरफ के रास्ते पर स्टेज और बड़े-बड़े साउंड लगाने के कारण सड़क पर ट्रैफिक निकलने की जगह बाधित हो गई। चार और दो पहिया वाहन निकलने में घंटों का वक्त लगता रहा।
गुरु रामदास पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल में मनाया श्री कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव
गुरु रामदास पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल में श्री कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव का आयोजन किया गया। विद्यालय की प्राचार्या श्रीमती सुनीता राठौर द्वारा छात्रों को जन्माष्टमी के पर्व का महत्व बताया एवं छात्रों द्वारा श्री कृष्णा जन्म उत्सव की नाट्य प्रस्तुति, गरबा रास, राधा कृष्ण नृत्य प्रस्तुत किए गए । विद्यालय के प्री प्राइमरी के छोटे-छोटे छात्रों ने श्री राधा और श्री कृष्ण के रूप में सज सवरकर विद्यालय परिसर को कृष्णमय कर दिया । विद्यालय के छात्रों को श्री कृष्ण जन्म की कथा पर एक लघु फिल्म भी दिखाई गई ।
इस अवसर पर विद्यालय में दही हांडी प्रतियोगिता आयोजित की गई जिसमें कक्षा 12वीं के छात्र प्रथम स्थान पर रहे इस आयोजन में विद्यालय मैनेजमेंट के सभी सदस्य गण एवं विद्यालय परिवार के समस्त शिक्षक गण उपस्थित थे ।
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