संकरी गलियां हैं रतलाम जिले की सबसे बड़ी समस्या : सोना, सेंव, साड़ी, नमकीन बाजार विकसित करने के लिए चौड़ी सड़कें देने की कोशिश होगी : प्रभारी मंत्री शाह

मंत्री डॉ. शाह ने बताया कि रतलाम देश के दोनों बड़े इंडस्ट्रियल हब दिल्ली और मुंबई के बीच में है। रेलवे का बड़ा सेंटर है और अब 8 लेन से भी जुड़ गया है। फिलहाल यहां छोटी हवाई पट्टी है, लेकिन भविष्य में यहां बड़े हवाई जहाज उतर सके, इसके लिए अभी से काम करना होगा।

Aug 28, 2024 - 21:37
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संकरी गलियां हैं रतलाम जिले की सबसे बड़ी समस्या :   सोना, सेंव, साड़ी, नमकीन बाजार  विकसित करने के लिए चौड़ी सड़कें देने की कोशिश होगी : प्रभारी मंत्री शाह

रतलाम (प्रकाशभारत) रतलाम जिले में केवल 10 प्रतिशत क्षेत्र में ही वर्ष पर्यंत सिंचाई हो पा रही है। हमारी पहली कोशिश रहेगी कि जिला प्रशासन के सभी संबंधिक विभागों से तत्काल इस पर काम शुरू करवाया जाए। जहां से भी संभव है वहां से नहरों, डेमों आदि के माध्यम से पानी पंहुचाया जाएगा। 

यह बातें जिले के प्रभारी और प्रदेश सरकार में जनजातीय कार्य, लोक परिसंपत्ति प्रबंधन व भोपाल गैस त्रासदी राहत एवं पुनर्वास विभाग मंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह ने कही। 

प्रभारी मंत्री ने पहले दौरे के दौरान पत्रकारों से चर्चा करते हुए जिले के लिए पहली बैठक में की गई समीक्षा पर चर्चा की। संकरी गलियों, अतिक्रमण से मिलेगी राहत

मंत्री डॉ. शाह ने कहा कि रतलाम जिले की सबसे बड़ी समस्या है यहां की संकरी गलियां। इनके विस्तारीकरण के लिए जिला प्रशासन को प्रोजेक्ट बनाने के निर्देश दिए गए हैं। यहां का सोना, सेंव, साड़ी, नमकीन बाजार बहुत अच्छा है। इसे और विकसित करने के लिए चौड़ी सड़कें देने की कोशिश होगी। 

मंत्री डॉ. शाह ने बताया कि रतलाम देश के दोनों बड़े इंडस्ट्रियल हब दिल्ली और मुंबई के बीच में है। रेलवे का बड़ा सेंटर है और अब 8 लेन से भी जुड़ गया है। फिलहाल यहां छोटी हवाई पट्टी है, लेकिन भविष्य में यहां बड़े हवाई जहाज उतर सके, इसके लिए अभी से काम करना होगा। कलेक्टर को निर्देश दिए गए हैं कि वे प्रोजेक्ट बनाकर करीब 20 किमी दायरे में बड़ी हवाई पट्टी बनाने का प्रस्ताव लाएं जिसपर मुख्यमंत्री के समक्ष रखकर स्वीकृत करवाया जाएगा।

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Sujeet Upadhyay Sujeet Upadhyay is a senior journalist who have been working for around Three decades now. He has worked in More than half dozen recognized and celebrated News Papers in Madhya Pradesh. His Father Late shri Prakash Upadhyay was one of the pioneer's in the field of journalism especially in Malwanchal and MP.